एक नयी FICCI KPMG की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय इंडस्ट्रियल पालिसी एंड प्रमोशन डिपार्टमेंट डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के लिए नयी गाइडलाइन्स अमल में लाने की तेयारी कर रहा है, जिसकी वजह से भारतीय डायरेक्ट सेलिंग बाज़ार तेज़ी से उछालकर 2025 तक 645 बिलियन डॉलर का होने वाला है | एक स्टेटमेंट के अनुसार कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के सेक्रेट्री अमिताभ कान्त ने कहा है कि डायरेक्ट सेलिंग में थोडा और जोर लगाना पड़ेगा ताकि महिलाए और नए भारतीय मैन्युफैक्चररस इसके अंतर्गत काम कर सकें | ऐसी बहुत से कंपनियां है जिनको अभी तक डायरेक्ट सेलिंग के बारे में मालुम नहीं है अगर उनको सही जानकारी दी जाए तो वो अपना बिज़नस आगे बड़ा सकते है | कान्त के द्वारा ये बातें डायरेक्ट सेलिंग के एक इवेंट 'FICCI Direct 2015' में कहीं गयी |
कान्त ने कहा कि भारतीय बाज़ार में अभी इतनी सम्भावनाये है कि डायरेक्ट सेलिंग के बिज़नस को 1000 बिलियन तक ले जाया जा सकता है | अभी तक डायरेक्ट सेलिंग में जो कंपनियां काम कर रही है जैसे.. Amway, Oriflame, Tupperware और भी बहुत सारी, ये सब भी इंतज़ार कर रही है कब साफ़ सुथरे रूल्स एंड रेगुलेशन आयें तो ये कंपनियां अपने चलते बिज़नस को और भी बड़ा कर सके | कान्त ने कहा की डिपार्टमेंट ने पहले ही कांसुमेर्स एंड अफेयर्स को ड्राफ्ट भेज दिया है डायरेक्ट सेलिंग के लिए |
जैसे जैसे डायरेक्ट सेलिंग का बाज़ार बढेगा वैसे वैसे माल का डिस्ट्रीब्यूशन और भारत में सर्विसेज भी बढेगी, खास कर हेल्थ से सम्बन्धित प्रोडक्ट्स, कॉस्मेटिक से, वाटर पुरिफायर, वेकूम क्लीनर्स में भी |
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