VLAN's के बीच में ROUTING
vlan
में devices खुद के broadcast डोमेन में ही रहते है और आपस आराम से
communicate कर सकते है | vlan का काम नेटवर्क और उनके बीच होने वाले
ट्रैफिक को टुकडो में बांटना है | और यहाँ हम routers कि बात कर रहे है तो
vlan में router की कि जरुरत कैसे पड़ती है | अगर आप ऐसे किसी IP एड्रेस से
कनेक्ट कर रहे है जो किसी दुसरे vlan में है तो हाँ आपको routing की जरुरत
पड़ेगी और आपको लेयर 3 डिवाइस इस्तेमाल करनी पड़ेगी |
ऊपर
दिए चित्र में हम देख सकते है कि router का हर इंटरफ़ेस access लिंक से
जुड़ा हुआ है | इसका मतलब router का हर इंटरफ़ेस जिस भी vlan से जुड़ा हुआ है,
उसके लिए वो इंटरफ़ेस डिफ़ॉल्ट गेटवे की तरह काम करेगा
अगर
router में जितने इंटरफ़ेस अवेलेबल है, उससे ज्यादा आपके vlan है तो आप
किसी एक इंटरफ़ेस पर trunking इस्तेमाल कर सकते है या फिर आप एक लेयर 3
switch खरीद सकते है |
ऊपर
हर vlan के लिए router के इंटरफ़ेस को इस्तेमाल करने से तो अच्छा है कि आप
किसी एक फ़ास्ट ehternet पोर्ट पर isl या फिर 802.1q trunking को लगा सकते
है |
ऊपर
दिए चित्र में आप देख सकते है, router के एक फ़ास्ट ईथरनेट पर isl और
802.1q trunking लगाने के बाद कैसा दिखाई देता है | इसके द्वारा सरे vlan
एक ही इंटरफ़ेस के द्वारा आपस में संपर्क कर सकते है | cisco के द्वारा इसको
router on a stick (ROAS) कहा जाता है |
पर रुकिए
इन सबके अलावा भी एक रास्ता और है जिससे हम routing कर सकते है | अलग से
router को इस्तेमाल कि बजाय हम लेयर 3 switch के द्वारा लॉजिकल interfaces
क्रिएट कर सकते है, इस तरह की व्यवस्था को इंटर vlan routing (IVR) कहा
जाता है और ये switched virtual interface (SVI) के तहत कॉन्फ़िगर की जाती
है |
routing with ivr |
ऊपर
दिए गए चित्र में आप देख सकते है कि यहाँ एक router तो दिख रहा रहा है पर
ये फिजिकल नहीं है, जैसा कि हमने router on a stick में देखा था, बल्कि यह
एक वर्चुअल router है | थोड़ी सी कोशिशे करने के बाद आप इसको लगा सकते है और
ये आसन भी है | एक अलग से router लगाने के बजाय ये ज्यादा कुशल है | ivr
लगाने के लिए बस आपको एक Multilayer switch में हर vlan के लिए लॉजिकल
interfaces बनाने पड़ेंगे |
0 comments:
Post a Comment